इस साल 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में मनाया जा रहा है। योग से आध्यात्मिक, शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य को लाभ होता है। आज हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।

Yoga Divas 2025 थीम और गतिविधियाँ (‘Yoga for One Earth, One Health’ यानी ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’।) प्रत्येक वर्ष एक अनूठी थीम होती है जो व्यक्तियों और समाज पर योग के प्रभाव के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होती है। इस साल योग दिवस की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' रखी गई है। इसके अलावा प्रधान मंत्री श्री नरेंद्रमोदी जी ने कहा कि योग का लक्ष्य वैश्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। योग वैश्विक कल्याण की दिशा में एक कदम है। इस थीम के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि: एक स्वस्थ जीवन केवल व्यक्तिगत या देश की नहीं बल्कि सामूहिक ज़िम्मेदारी है। हमारी पृथ्वी और हमारे स्वास्थ्य का सीधा संबंध है। यदि हम योग को अपनाएं, तो न केवल हम स्वयं स्वस्थ रहेंगे बल्कि पर्यावरण, समाज और समग्र पृथ्वी की भलाई में भी योगदान देंगे।
History of Yoga Day: योग दिवस और उसका का इतिहास
योग प्राचीन भारत की एक अनमोल देन है, जो आज पूरी दुनिया को एक स्वस्थ जीवन जीने का मार्ग दिखा रही है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों के कारण, 21 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया। 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में एक प्रस्ताव रखा कि योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलनी चाहिए। अपने प्रस्ताव में, यूएनजीए ने समर्थन किया कि "योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन बनाने के अलावा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। इस प्रस्ताव को रिकॉर्ड समय में 177 देशों ने समर्थन दिया, जो संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण था।
11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया और इसके बाद पहली बार 2015 में यह दिन वैश्विक स्तर पर मनाया गया। भारत में इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हुई थी।
In India and around the world, International Yoga Day 2025 भारत और विश्व भर में, योग दिवस 2025:
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए खास होता है। योग केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और मानसिक अनुशासन है जो शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है।
Significance of Yoga Day in whole world, (सम्पूर्ण विश्व में योग दिवस का महत्व):
यदि हम योग को अपनाएं, तो न केवल हम स्वयं स्वस्थ रहेंगे बल्कि पर्यावरण, समाज और समग्र पृथ्वी की भलाई में भी योगदान देंगे। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने व बेहतर जीवनशैली के लिए योगा किया जाता है इससे व्यक्ति रोगों से मुक्त रहता है इसलिए सम्पूर्ण विश्व में 21 जून सभी के लिए बहुत खास दिन होता हैI
योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया गया?: 21 जून को ही क्यों चुना गया, यह सवाल हर किसी के मन में है। इसका जवाब आध्यात्मिकता और प्रकृति से जुड़ा है। ग्रीष्म संक्रांति: 21 जून जो कई संस्कृतियों में महत्व रखता है और साल का सबसे लंबा दिन होता है और वह दिन जब पृथ्वी का उत्तरी गोलार्ध सूर्य के सबसे करीब आता है। इसे आध्यात्मिकता में जीवन शक्ति का दिन माना जाता है। प्राचीन भारत में इसे सूर्य पूजा और आध्यात्मिक विकास का प्रतीक माना जाता था।
योग दिवस के मुख्य उद्देश्य: इसका उद्देश्य वैश्विक जागरूकता को बढ़ावा देना है कि योग किस प्रकार शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और समग्र जीवनशैली में योगदान देता हैI

योग से होने वाले लाभ:
- शारीरिक स्वास्थ्य - शक्ति, लचीलापन और समग्र फिटनेस में सुधार।
- मानसिक स्वास्थ्य - तनाव, चिंता को कम करना और आंतरिक शांति को बढ़ावा देना।
- समग्र जीवनशैली - शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन को प्रोत्साहित करना।
योग और पर्यावरण के बीच का नाता (पर्यावरण पर योग का प्रभाव और योग पर पर्यावरण का प्रभाव):
योग और पर्यावरण के बीच का संबंध आपस में गहराई से जुड़ा हुआ है, जो सद्भाव, संतुलन और सभी जीवन के प्रति सम्मान के सिद्धांतों में निहित है। योग का अभ्यास करने से आत्म-जागरूकता और माइंडफुलनेस बढ़ती है, पारंपरिक योग में अक्सर बाहरी अभ्यास, ताज़ी हवा में सांस लेना और प्राकृतिक परिवेश से जुड़ना शामिल होता है। सांस और स्वच्छ हवा प्राणायाम (योगिक श्वास) स्वच्छ हवा पर निर्भर करता है, इसलिए योग अभ्यासी स्वच्छ, प्रदूषण रहित वातावरण को महत्व देते हैं और उसकी वकालत करते हैं।
योग एक ऐसी जीवनशैली का पोषण करता है जो आंतरिक शांति, सचेत जीवन और इस गहरी मान्यता को बढ़ावा देकर पर्यावरण का सम्मान और सुरक्षा करता हैI
पढ़ाई, करियर और सामाजिक जीवन में योग का प्रभाव:
नियमित योग अभ्यास मानसिक स्पष्टता, स्मृति और ध्यान को बढ़ाता है, जिससे छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को लाभ मिलता है। यह तनाव और चिंता को कम करके काम पर निर्णय लेने और उत्पादकता में सुधार करता है, जो परीक्षणों और कैरियर की बाधाओं के दौरान आम है। सामाजिक रूप से, योग सहानुभूति, करुणा और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देता है, जो पारस्परिक बातचीत और संचार क्षमताओं को बढ़ाता है। इसलिए योग समग्र विकास को बढ़ावा देता है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों क्षेत्रों में शांति और सफलता मिलती है।
पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया था?
पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था। उस उद्घाटन दिवस पर, नई दिल्ली के राजपथ पर एक बड़ा कार्यक्रम हुआ, जहाँ लगभग 35,985 प्रतिभागियों-जिनमें पीएम मोदी और 84 देशों के गणमान्य व्यक्ति शामिल थे, इस सभा ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए: 1. एक ही स्थान पर सबसे बड़ा योग सत्र और 2. सबसे अधिक राष्ट्रीयताओं का प्रतिनिधित्व।
योग गुरु स्वामी रामदेव जी महाराज का योगदान: योग गुरु स्वामी रामदेव जी महाराज के बिना योग की बात अधूरी हैI अंतरराष्ट्रीय शिविरों का आयोजन करके, लाखों लोगों तक बाबा रामदेव ने योग के वैश्विक प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पतंजलि योगपीठ (हरिद्वार) की स्थापना उन्होंने ही की है। ये संगठन शिक्षा प्रदान करने के अलावा योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देते हैं और शोध करते हैं।
बहुत अच्छा सर
Very good sir
Thank you for your feedback
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